तेरे जिन्दगी भरके लिए तो हे हम ।।
दे हमेशा चोट ज्यादा और खुसी कम ।।
दे हमेशा चोट ज्यादा और खुसी कम ।।
सबलोग कहते हेँ,जिन्दगी हे दो पल,,
एक पल खुसी और एक पल गम ।।
एक पल खुसी और एक पल गम ।।
अगर तु हद्सेही ज्यादा,सताएगी मुझे,,
तुझे भुलाने के लिए पिजाउङ्गा रम ।।
तुझे भुलाने के लिए पिजाउङ्गा रम ।।
खुद अप्ने पर,जिसका नहि हेँ विश्वास,,
वो लोग खाजाते है बाचा और कसम ।।
वो लोग खाजाते है बाचा और कसम ।।